वीरगंज (पर्सा), ७ माघ: आर्थिक वर्ष २०८०/८१ मे मधेश प्रदेशमे ४५ हजार पाँच सओ ७१ मेट्रिक टन माछ उत्पादन भेल अइछ। नेपाल राष्ट्र बैंकक आर्थिक वर्ष २०८०/८१ के प्रादेशिक आर्थिक गतिविधि अध्ययन प्रतिवेदन (मधेश प्रदेश) अनुसार, आ.व २०७९/८० के तुलनामे आ.व २०८०/८१ मे मधेश प्रदेशक आठ जिलामे माछा उत्पादन पाँच दशमलव ०४ प्रतिशत बढ़ल अइछ।
राष्ट्र बैंकके प्रतिवेदन अनुसार, आ.व. २०७९/८० मे मधेश प्रदेशमे ४३ हजार तीन सओ ८६ मेट्रिक टन माछा उत्पादन भेल छल। ई कुल उत्पादनमे बारा जिलाक योगदान सभसँ बेसी २२ दशमलव ४३ प्रतिशत अइछ,पर्सा जिलाक हिस्सा सभसँ कम सात दशमलव ९९ प्रतिशत अइछ।
पर्साक पकहाँमैनपुर गाउँपालिकामे दीनानाथ साहद्वारा संचालित दिपेन्द्र माछापालन उद्योगक अनुसार, माछा उत्पादनमे वृद्धि भेल अइछ, मुदा उचित बाजार मूल्यक अभाव छै। “पहिने भारतसँ माछके आयात बेसी होइत छलै, मुदा आब स्थानीय उत्पादन बइढ़ रहल अइछ। तइयो, माछक भुरा आ प्राविधिक ज्ञानके अभाव छैहे,” ओ कहलैन।
प्रतिवेदनमे देखाओल गेल अइछ जे मधेश प्रदेशमे दूधक उत्पादनसेहो बढ़ल अइछ। आ.व. २०८०/८१ मे दूधक उत्पादन एक दशमलव ९३ प्रतिशत बइढ़क ६ लाख ५४ हजार एक सओ २३ लिटर पहुँचल अइछ। आठ जिलामे सिरहा जिलाक योगदान सबसँ बेसी २० दशमलव ४४ प्रतिशत अइछ, सप्तरी जिलाक हिस्सा सबसँ कम सात दशमलव ८३ प्रतिशत अइछ।
माउसक उत्पादनो दू दशमलव ९८ प्रतिशतसँ बइढ़क एक लाख ४३ हजार ६ सओ ७० मेट्रिक टन पहुँचल छै। तहिना अण्डाक उत्पादनमे सेहो वृद्धि भेल छै। आ.व. २०७९/८० के तुलनामे आव २०८०/८१मे अण्डाक उत्पादन दू दशमलव ७९ प्रतिशत बइढ़क १० करोड़ ६९ लाख ३९ हजार गोटा पहुँचल अइछ।